इस बार फ्रांस की कैपिटल पेरिस में 2024 ओलंपिक खेल होंगे । 26 जुलाई से शुरू होकर 11 अगस्त को समाप्त होंगे । ओलंपिक समाप्ति के तत्काल बाद पेरिस में 28 अगस्त से 8 सितंबर तक पैरालंपिक गेम्स की शुरुआत निश्चित है । फ्रांस के प्रेसीडेंट इमैनुएल मैक्रों ने शुक्रवार को बड़ा वक्तव्य दिया है। उन्होंने भारत को आश्वस्त किया है कि फ्रांस आने वाले समय में भारत में ओलंपिक खेलों के आयोजन में उसका समर्थन करेगा। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा आयोजित एक सहभोज के दौरान अपने संबोधन में मैक्रों ने कहा कि वह भारत के साथ ओलंपिक खेलों पर दृढ़ सहयोग बनाने के लिए उत्सुक हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने पहले बतायी थी यह बात
फ्रांस की कैपिटल पेरिस में 2024 ओलंपिक का आयोजन होना निश्चित है । यह 26 जुलाई को शुरू होगा और 11 अगस्त को समाप्त होगा। ओलंपिक की समाप्ति के तुरंत बाद पेरिस में 28 अगस्त से 8 सितंबर तक पैरालंपिक गेम्स शुरू होंगे। इससे पहले 19 जनवरी को खेलो इंडिया खेलों का उद्घाटन करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि सरकार 2036 ओलंपिक खेलों की मेजबानी करने की दिशा में काम कर रही है। प्रधानमंत्री ने पिछले 10 वर्षों में अपनी सरकार द्वारा एथलीटों को अंतरराष्ट्रीय अनुभव प्रदान करने और उन्हें फलने-फूलने के लिए एक पारिस्थितिकी तंत्र प्रदान करने के प्रयासों को भी रेखांकित किया।
मैक्रों ने बतया कि –
मैक्रों ने कहा, ‘हमें भारत के साथ खेल पर एक मजबूत सहयोग बनाने में खुशी होगी। हम आने वाले समय मे भारत में ओलंपिक खेलों के आयोजन के आपके इरादे का निश्चित रूप से समर्थन करेंगे।’ फ्रांस के प्रेसीडेंट शुक्रवार को नई दिल्ली में 75वें गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि थे। मैक्रों की राजकीय यात्रा भारत के गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि के रूप में फ्रांस की अब तक की यह छठी भागीदारी है, जो तुलनात्मक रूप से किसी भी अन्य राष्ट्रों से सबसे अधिक है।
भारत के लिए संघर्ष और चुनौती बड़ी है
2020-21 टोक्यो ओलंपिक में भारत ने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया था। साथ ही एशियाई खेलों और पैरा एशियाई खेलों में भी अपने उत्कृष्ठ प्रदर्शन को जारी रखा है। वहीं, ओलंपिक 2036 के लिए भारत की मेजबानी का रास्ता साफ होता जा रहा है। अब मैक्सिको ने आधिकारिक तौर पर ओंलपिक 2036 की मेजबानी से नाम वापस ले लिया है। कड़ी प्रतिस्पर्धा का हवाला देते हुए मैक्सिको ने मेजबानी से अपना नाम वापस ले लिया है। दक्षिण कोरिया, भारत, मिस्र और कतर सहित कुछ अन्य मुल्क अब इस रेस में हैं। कतर ने 2022 फीफा विश्व कप का सफल आयोजन किया था। दक्षिण कोरिया और मिस्त्र में भी बड़े खेलों के आयोजन के लिए क्षमता है। हालांकि, भारत पहली बार इन खेलों की मेजबानी के लिए दावेदारी पेश कर रहा है। भारत को इसका फायदा भी मिल सकता है।
भारत ने उठाया है बड़ा कदम
ओलंपिक 2036 की मेजबानी के लिए भारत ने बड़ा कदम उठाया है। बोली लगाने के लिए गुजरात सरकार ने एक अलग कंपनी का गठन किया है और 2036 ओलंपिक खेलों की मेजबानी के लिए छह खेल स्टेडियम के निर्माण के लिए 6,000 करोड़ रुपये निर्धारित किए हैं। आशा है कि इन खेल परिसरों का निर्माण 2030 तक पूरा हो जाएगा ताकि भारत 2036 ओलंपिक की मेजबानी कर सके।