शक्ति की आराधना
मंदसौर। नवरात्रि के पावन अवसर पर मंदसौर में संस्था युवधर्म द्वारा बेटियों और बहनों के लिए आत्मरक्षा का नौ दिवसीय प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया जा रहा है। इस आयोजन का उद्देश्य बेटियों को आत्मनिर्भर और साहसी बनाना है ताकि वे विकृत मानसिकता वाले लोगों का सामना कर सकें और समाज में अपने आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ सकें।यह पहल न केवल मंदसौर में बल्कि देशभर में चर्चा का विषय बन चुकी है। इस कार्यक्रम को समाज से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है और इसे नवाचार के रूप में देखा जा रहा है।
आत्मरक्षा का महत्व
नवरात्रि के इस अवसर पर, जब शक्ति की आराधना की जाती है, युवधर्म ने बेटियों को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण देने का निर्णय लिया है। प्रशिक्षण के दौरान, बेटियों को नियुद्ध, दंड और तलवार चलाने का कौशल सिखाया जा रहा है। 130 से अधिक बेटियां इस शिविर में शामिल हो चुकी हैं, और उनके माता-पिता ने इस पहल का जोरदार समर्थन किया है।कार्यक्रम का उद्देश्य है कि बेटियां आत्मरक्षा में निपुण हों, ताकि वे अपने रास्ते में आने वाली चुनौतियों का साहस के साथ सामना कर सकें। इसके साथ ही, यह आयोजन समाज में जागरूकता लाने का एक प्रयास है ताकि बेटियों के प्रति सुरक्षा और सम्मान का भाव बढ़े।aatmaraksha ka prashikshan
समाज की जागरूकता में बढ़ावा
कार्यक्रम में मंदसौर के विभिन्न क्षेत्रों की महिलाएं और संस्थाएं जुड़ी हैं। प्रथम दिन, ऑटो चालक बहनों ने आरती में भाग लिया, जिससे आत्मनिर्भरता का संदेश मिला। दूसरे दिन, नगरीय निकाय की महिला जनप्रतिनिधियों ने आरती की। इस प्रकार, प्रत्येक दिन विभिन्न क्षेत्रों की महिलाओं द्वारा माँ की आराधना की जा रही है।कार्यक्रम के अंतिम दिन, 12 अक्टूबर को विजया दशमी के अवसर पर बेटियों द्वारा आत्मरक्षा का सार्वजनिक प्रदर्शन किया जाएगा। इस अवसर पर बेटियां शस्त्र पूजा भी करेंगी, जो शक्ति और साहस का प्रतीक होगा।
भविष्य की दिशा
युवधर्म संस्था का यह आयोजन आने वाले वर्षों में भी जारी रहेगा। इस पहल की सफलता को देखते हुए, अगले नवरात्रि में भी आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविर का आयोजन मंदसौर और प्रदेश के अन्य हिस्सों में किया जाएगा। इससे बेटियों को आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित किया जा सकेगा और समाज में बेटियों की सुरक्षा को लेकर सकारात्मक बदलाव आएंगे।संस्था युवधर्म इस बात पर गर्व महसूस करती है कि माता रानी ने इस विशेष पहल के लिए उन्हें चुना। यह आयोजन नवरात्रि के दिनों में शक्ति की आराधना के एक अनूठे रूप को प्रदर्शित करता है और समाज में बेटियों के प्रति जागरूकता फैलाने का कार्य करता है।