Home News श्रीहनुमद्  महायज्ञ: वैदिक युगीन भव्य यज्ञशाला में होगा 108 कुण्डीय हनुमद्  महायज्ञ

श्रीहनुमद्  महायज्ञ: वैदिक युगीन भव्य यज्ञशाला में होगा 108 कुण्डीय हनुमद्  महायज्ञ

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108 कुंडात्मक हनुमद् महायज्ञ

षष्ट दिवसीय महोत्सव का ऐतिहासिक कलश यात्रा के साथ होगा शुभारंभ

वैदिक युगीन भव्य यज्ञशाला में होगा 108 कुंडात्मक हनुमद्  महायज्ञ

108 कुंडात्मक हनुमद्  महायज्ञ
108 कुंडात्मक हनुमद् महायज्ञ
मंदसौर। 108 कुण्डीय हनुमद्  महायज्ञ मंदिर ट्रस्ट के तत्वावधान में षष्ट दिवसीय स्वर्ण कलश प्रतिष्ठापन और 108 कुण्डीय हनुमद् महायज्ञ आयोजित होने जा रहे है । 108 कुण्डीय हनुमद् महायज्ञ महोत्सव की जानकारी देने हेतु यज्ञ स्थल ,दया मंदिर परिसर में एक पत्रकार वार्ता आहूत की गई। पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए यज्ञाचार्य डॉ देवेंद्र शास्त्री ने बताया कि दया मंदिर परिसर में जिस यज्ञशाला का निर्माण किया गया है यह वैदिक कालीन स्वरूप में है। 108 कुण्ड  बनाए गए हैं प्रत्येक कुण्ड  को अलग-अलग नाम दिया गया है । यज्ञ विधि में 108 औषधियों का उपयोग किया जाएगा। यज्ञशाला को मुख्य भाग से ईशान कोण के ढलान के रूप में बनाया गया है । वैदिक रीति का पूर्णतः पालन किया जा रहा है। प्रतिदिन यहां गायत्री मंत्र का भी जाप किया जाएगा । सामूहिक रूप से 24 लाख गायत्री मंत्र का जप होगा ताकि वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा का सृजन हो सके।
हम्पी पर्वत के कुण्ड  का जल

आपने बताया है कि यज्ञशाला को जिस पवित्र जल से पावन किया जा रहा है वह जल कर्नाटक की पर्वत श्रृंखलाओं के उस हम्पी पर्वत के कुण्ड  का जल है जहां पावन पुत्र श्री हनुमान जी का जन्म हुआ था।

वैदिक रीति का पूर्णतः पालन

आपने बताया कि यज्ञशाला में प्रतिदिन 22 जनवरी से प्रातः 8:00 बजे सभी यजमान एकत्र होंगे, 8:30 बजे से यज्ञ विधि आरंभ होगी समय और मर्यादा का पालन करना बहुत आवश्यक है। यज्ञ विधि में सहयोग के लिए उत्तराखंड महाराष्ट्र गुजरात राजस्थान के ऋषि कुमार आ रहे हैं,प्रत्येक हवन कुण्ड  में यजमान के साथ ऋषिकुमार पुरोहित के रूप में रहेंगे। 25 जनवरी को प्रातः यज्ञ की पूर्णाहुति होगी 22 से 24 जनवरी तक यज्ञ का समय प्रतिदिन प्रातः 8:30 बजे से और दोपहर 2:00 बजे से रहेगा। यज्ञशाला में केवल यजमान धोती कुर्ता पहनकर प्रवेश कर सकेंगे अन्य सहयोगी कार्यकर्ता भी धोती कुर्ते में ही यज्ञशाला में आएंगे। यज्ञ शुभारंभ के एक दिन पूर्व 21 जनवरी को माहेश्वरी धर्मशाला में सभी यजमान दोपहर 1:00 बजे से 4:00 बजे के मध्य हेमाद्री संकल्प के साथ स्नान एवं पूजा करेंगे करेंगे।

108 कुंडात्मक हनुमद् महायज्ञ
2100 कलश के साथ मातृशक्ति की सहभागिता

पत्रकार वार्ता में तलाई वाले बालाजी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष पंडित धीरेंद्र त्रिवेदी ने बताया कि षष्ट दिवसीय आयोजन का शुभारंभ 20 जनवरी को प्रातः10:00 बजे श्रीतलाई वाले बालाजी मंदिर से भव्य शोभायात्रा एवं कलश यात्रा का शुभारंभ एक साथ होगा । शोभायात्रा में 50 लोग  वानर का स्वांग धर कर साथ चलेंगे । विशिष्ट आकर्षणों के साथ यह शोभायात्रा एवं कलश यात्रा निकलेगी ।

कलश यात्रा का मार्ग

इसका रूट दवाबाजार से गोल चौराहा बीपीएल,गांधी चौराहा, नेहरू बस स्टैंड, कालिदास मार्ग, घंटाघर आजाद चौक शुक्ला चौक, नयापुरा रोड होकर माहेश्वरी धर्मशाला पहुंचेगी। जहां भानपुरा पीठ के पूज्य शंकराचार्य जगतगुरु जगद गुरु 1008 श्री ज्ञानानंद जी महाराज एवं आचार्य श्री रामानुज जी के प्रवचन होंगे।

21 जनवरी से 24 जनवरी तक प्रतिदिन दोपहर 2:00 बजे से 4:00 बजे तक रुद्राक्ष माहेश्वरी धर्मशाला में अहमदाबाद के प्रसिद्ध भागवत के विद्वान हरेश भाई जोशी शास्त्री “उद्धव गीता” पर प्रवचन देंगे।

शंकराचार्य ज्ञानानंद जी तीर्थ उपस्थित रहेंगे

25 जनवरी को यज्ञ पूर्णाहुति के बाद अभिजीत मुहूर्त में मंदिर शिखर पर स्वर्ण कलश प्रतिष्ठापन होंगे। इस अवसर पर पूज्य शंकराचार्य ज्ञानानंद जी तीर्थ युवाचार्य वरुणेंद्र जी तीर्थ सोला अहमदाबाद भागवत विद्यापीठ के पूज्य भागवत ऋषि, प्रसिद्ध कथा प्रवक्ता रामानुज जी एवं हरेश भाई शास्त्री का भी सानिध्य प्राप्त होगा।

आयोजन की समिति से जुड़े ब्रजेश जोशी ने बताया कि 20 जनवरी को भव्य शोभा यात्रा एवं कलश यात्रा में 2100 मातृशक्ति सम्मिलित होगी। शोभा यात्रा में श्री नालछा माता मंदिर एवं श्री खाटू श्याम मंदिर दरबार भी साथ चलेगा।शोभायात्रा का नगर में 40 स्थानों पर स्वागत मंच बनाकर स्वागत किया जाएगा। महावीर फतेह करे श्री तलाई वाले बालाजी ग्रुप द्वारा स्वागत मंच तैयार कराया जा रहा है। कोई भी समाज संस्था या समूह मंदिर कार्यालय में ₹1000 जमा करा कर इन स्वागत मंच पर अपनी संस्था, समाज व समूह का बैनर लगाकर स्वागत कर सकते हैं मालाएं और पुष्प उपलब्ध वहीं उपलब्ध रहेंगे। पत्रकार वार्ता के बाद उपस्थित पत्रकारों ने यज्ञशाला का भी अवलोकन किया।

108 कुंडात्मक हनुमद् महायज्ञ के आचार्य डॉ देवेन्द्र शास्त्री पत्रकार साथियों के साथ

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