Home Blog ‘‘सिकुड़ गई धूपशीत है प्रचण्ड‘‘

‘‘सिकुड़ गई धूपशीत है प्रचण्ड‘‘

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Nandkishore Rathore 1 1 edited

बच्चों की रूलाई
खीचो मत रजाई
कर दिया बहाना
आज नहीं नहाना
बच्चों की रूलाई
खीचो मत रजाई
कर दिया बहाना
आज नहीं नहाना
परिन्दे सब हैरान
छोड़कर बसेरा
एक सा उजास
कितना बड़ा सवेरा
बादलों ने तोड़ा
सूर्य का घमण्ड
सिकुड़ गई धूप
शीत है प्रचण्ड ।
-नंदकिशोर राठौर
बालागंज मंदसौर

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