Unlocking Success: UPSC की परीक्षा में महिलाओं की बढ़ती संख्या-UPSC (संघ लोक सेवा आयोग) की परीक्षा में महिला आवेदकों की संख्या में चौंकाने वाली बढ़ोतरी हो रही है। इस लेख में हम जानेंगे कि कैसे महिलाएं इस चुनौती भरे पथ पर बढ़ रही हैं और उन्हें इसमें सफलता कैसे मिल रही है।
महिलाएं कॅरियर ओरिएंटेड और महत्त्वाकांक्षी
महिलाएं नए समय में अपने कॅरियर को लेकर उत्सुक हैं। कुछ सालों पहले तक अधिकांश महिलाये शिक्षा , चिकित्सा जैसे क्षेत्रों मे ही ज्यादा दिलचस्पी ले रही थी लेकिन अब उन्होंने यूपीएससी को एक बड़े कदम की तरह देखा है। जो उन्हें समर्थन और स्वयंसिद्धि में मदद कर सकता है। महिला सशक्तिकरण की जागरूकता के चलते अब महिलाये उन ताकतवर सरकारी पदों की ओर आकर्षित हो रही है जिसमे उन्हे अपने लक्ष्यों को हासिल करने की आजादी हो ।
कॅरियर के लिए परिवार, समाज, सरकार का समर्थन
महिलाओं को अब परिवार, समाज, और सरकार से पूरा समर्थन मिल रहा है। यहाँ तक कि उन्हें अब दूर शहरों में पढ़ाई के लिए जाने का भी मौका मिल रहा है। पहले स्थितिया अलग थी । अब बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओ जैसे नारों ने समाज का महिलाओं के प्रति दृष्टिकोण बदला है । महिलाओं पर जिम्मेदारी वाले कार्यों के दायित्व पर भरोसा जताया है ।
सुरक्षित माहौल में बढ़ती पढ़ाई
महिलाएं पढ़ाई के लिए अब सुरक्षित माहौल में जा रही हैं। इससे उन्हें अपने लक्ष्यों की प्राप्ति में और भी आत्मविश्वास हो रहा है। महिला सुरक्षा कानूनों ने भी महिलाओं को स्वतंत्रता से लक्ष्यों को प्राप्त करने मे मदद की है ।
ऑनलाइन एजुकेशन और डिजिटल सुविधाएं
डिजिटल कम्युनिकेशन और ऑनलाइन एजुकेशन से महिलाओं को सुविधा मिल रही है। इससे वे अपनी तैयारी को और भी बेहतर तरीके से कर पा रही हैं। पहले पाठ्य सामग्री और दिशा निर्देशन के लिए भटकना पड़ता था लेकिन अब सभी सुविधाये इंटरनेट पर उपलब्ध है । कई मंच है जिसपर निःशुल्क और सशुल्क पढ़ाई कि जा सकती है । डिजिटल क्रांति का भी महिलाओं के विकास मे बड़ा योगदान माना जा सकता है ।
सरकारी प्रोत्साहन
सरकार भी इस महिलाओं को आगे बढ़ा रही है। यूपीएससी में महिलाओं को और भी प्रोत्साहित करने के लिए विभिन्न योजनाएं लागू की जा रही हैं। देश की लगभग हर राज्य मे महिलाओं की शिक्षा पर युद्ध स्तर पर योजनाएं चलायी जा रही है । सरकारें कोचिंग की भी व्यवस्था कर रही है ।
यूपीएससी परीक्षा में महिला परीक्षार्थियों का आंकड़ा बढ़ रहा है
महिलाएं अब यूपीएससी परीक्षा में अपनी उम्मीदवारी को बढ़ा रही हैं। 2021-22 में 30% महिलाएं सफलता को प्राप्त कर पाई है उसके मुकाबले 2007-08 में सिर्फ 21% महिलाये ही थी । यानि साल दर साल महिलाओं की भागीदारी परीक्षा परिणामों मे बढ़ती जा रही है ।
सफलता की कहानियां
UPSC परीक्षा में सफल महिलाएं अपनी कहानियों के माध्यम से अन्य महिलाओं को प्रेरित कर रहीं हैं। उनकी सफलता , योगदान और मेहनत देखकर और भी अधिक महिलाएं प्रेरित हो रही हैं। इसके अलावा देश भर मे फैले UPSC कोचिंग संस्थान अपने विज्ञापनों के माध्यम से भी महीला अभ्यर्थियों को आकर्षित कर रहे है ।
आंकड़ों की तुलना
आंकड़ों के अनुसार, 2007-08 में 3.83 लाख आवेदकों में से 23% महिलाएं थीं, जो 2021-22 में बढ़कर 10.4 लाख में से 32% हो गई हैं।यानि परीक्षार्थियों की संख्या मे जब्रजस्त इजाफा हुआ है ।
चुनौतियों का सामना भी करती है
UPSC की तैयारी में महिलाओं को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। इसके लिए उन्हें सही मार्गदर्शन, स्वतंत्रता, और आत्मविश्वास की आवश्यकता है। महिलाओं का जीवन बड़ा कठिन होता है , पुरुष प्रधान समाज मे घर के सारे कार्य करने की चुनौती के बावजूद महिलाये इस क्षेत्र मे सफलता हासिल कर रही है जो कि सराहनीय है ।
उपरोक्त तथ्यों से हम जान सकते है कि कैसे UPSC की परीक्षा में महिलाएं बढ़ती संख्या में वृद्धि कर रही हैं और उन्हें समर्थन मिल रहा है। महिलाएं अब नए उच्चाईयों को छूने के लिए तैयार हैं और उन्हें इसमें सफलता मिल रही है।