इस बार अयोध्या में होने वाले प्राणप्रतिष्ठा समारोह में होगा एक अद्वितीय महाप्रसाद- श्री महाकाल मन्दिर के 5 लाख लड्डुओं का
उज्जैन के श्री महाकाल मन्दिर से भेजे जा रहे इन 250 क्विंटल लड्डुओं बनाने की कवायद शुरू हो चुकी है, जिनकी लागत करीब एक करोड़ रुपए होगी । शुक्रवार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस सुखद समाचार की घोषणा की और बताया कि यह विशेष प्रसाद अयोध्या के रामलला को समर्पित होगा, जिससे रामभक्तों को भी लड्डुओं का भोग मिलेगा ।Ujjain Mahakal Laddu For Ram Mandir Pran Pratishtha In Ayodhya
उज्जैन के कलेक्टर नीरज सिंह ने बताया कि इन 5 लाख लड्डुओं को तैयार करने में 5 दिन लगेंगे और इन्हें 17 या 18 जनवरी को उज्जैन से लेकर, 21 जनवरी तक अयोध्या पहुंचाया जाएगा । श्री महाकाल मन्दिर का विशेष लड्डू- शुद्ध और अनूठा श्री महाकाल मन्दिर के प्रशासक संदीप सोनी ने बताया कि इन लड्डुओं का वजन एक 50 ग्राम होगा, जो शुद्धता और अनूठापन के साथ बनेंगे । इन्हें अलग- अलग डिब्बों में पैक किया जाएगा और श्री महाकाल मन्दिर की ब्रांडिंग के साथ अयोध्या पहुंचाया जाएगा । श्री महाकाल मन्दिर के एक कर्मचारी ने बताया कि यहां बनने वाले लड्डुओं में पानी नहीं मिलाया जाता है, और इन्हें हाथों से बनाया जाता है, इससे उनमें अद्वितीय स्वाद आता है ।
शुद्धता का ख्याल-
लड्डू बनाने की विशेषताएं यूनिट में रोजाना बनने वाले लड्डुओं को बनाते समय शुद्धता का विशेष ख्याल रखा जाता है । श्री महाकाल मन्दिर के प्रशासकों के अनुसार, इन लड्डुओं की बनाई जाने वाली प्रक्रिया में 20 साल से भी ज्यादा समय लगता है । लड्डु बनाने के लिए एक बार में 20 किलो बेसन, 5 किलो रवा को 20 किलो देसी घी में मिलाकर भट्टी की तेज आंच पर सेंका जाता है । इसके बाद यह मिश्रण सिकाई के दौरान कड़छे से मिलता है और उसके बाद बेसन को बड़ी ट्रे में ठंडा किया जाता है । इस प्रक्रिया में डेढ़ से दो घंटे का समय लगता है । फिर इसमें पिसी हुई शकर, इलायची, और ड्राय फ्रूट्स मिलाए जाते हैं ।
हाइजीन का पूरा ध्यान- मिला “भोग सर्टिफिकेट“
इन लड्डुओं की शुद्धता की गारंटी के लिए खाद्य विभाग ने इसे हाइजीन के लिए 5 स्टार रेटिंग दी है, और इसे ‘ भोग सर्टिफिकेट’ मिला है । इससे श्री महाकाल मन्दिर समिति के अध्यक्ष और कलेक्टर ने तत्कालीन योजना बनाई है कि इन लड्डुओं को अनेक स्थानों पर उपलब्ध कराने के लिए आउटलेट्स खोले जाएंगे । इस मिली जानकारी अनुसार , खाद्य विभाग के अफसरों के मुताबिक हाइजीन के मानकों का पालन पहले से ही किया जा रहा है, और इसके बाद श्री महाकाल मन्दिर के प्रशासन ने अनेक स्थानों पर इन लड्डुओं का प्रसार करने की तैयारी की है । समाप्ति का समय नजदीक है इस महाप्रसाद की तैयारी में जुटे हुए लोग बता रहे हैं कि रोजाना यूनिट में बनने वाले लड्डुओं की कुल मात्रा करीब 40 क्विंटल है, जिसमें करीब 100 लोग शामिल हैं । राम मंदिर के लिए अत्यंत शुभ और अनूठे लड्डुओं को बनाने के लिए रोजाना और भी अत्याधुनिक सुविधाएं उपयुक्त की जा रही हैं ।
इस श्री महाकाल मन्दिर से आने वाले विशेष महाप्रसाद को बनाने वाले राजू हलवाई ने बताया कि इसे बनाने में शुद्धता और विशेषता का ख्याल रखा जाता है, ताकि रामभक्तों को एक अनूठा और स्वादिष्ट प्रसाद मिले ।
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