हितेश शुक्ला कि उम्मीदवारी के इसलिए भी कयास लगाए जा रहे है कि लोकसभा चुनाव से पूर्व संसदीय क्षेत्र के समस्त दिग्गज अब सही मुकाम पर पहुच गए है या ठिकाने लग गए है । इस लिए अब दौड़ मे हितेश शुक्ला के समान कद्दावर कोई नहीं बचा । हाल ही मे सम्पन्न विधान सभा चुनाव और राजसभा चुनाव मे लगभग सभी नेता सेट हो चुके है । मंदसौर लोकसभा सीट पर संसदीय क्षेत्र के ही उम्मीदवार को उतारना पार्टी के लिए लाभप्रद होगा क्योंकि जब कांग्रेस की देश मे तूती बोलती थी उस दौर में भी डॉ लक्ष्मीनारायण पांडे जनसंघ और भाजपा का नेतृत्व लोकसभा मे करते थे , क्षेत्र की जनता हेलीकोपटेर प्रत्याशी को पसंद नहीं करती है , इसलिए कोई भी बड़ा राष्ट्रीय स्तर का नेता मंदसौर नीमच जावरा क्षेत्र से जोखिम नहीं लेगा ।
युवा नेतृत्व देना पार्टी की पहली पसंद –
भाजपा परिवार की पीछली तीस वर्षों की राजनीतिक विरासत देखा जाए तो संसदीय क्षेत्र की लगभग हर सीट पर वर्षों से जमे विधायक बार बार चुनाव लड़ते है उधर डॉ लक्ष्मीनारायण पांडेय 8 बार लोकसभा पहुंचे ,वहीं वर्तमान सांसद सुधीर गुप्ता दो बार से संसद है । इस प्रकार 50 वर्षों से लोकसभा और विधान सभा की हर सीट पर 10 से 50 वर्षों मे कोई युवा नेतृत्व उभर नहीं पाया , जबकि युवा शक्ति पार्टी की रीढ़ मानी जाती है ।
इधर स्थानीय इकाइयों के चुनावों मे भी आरक्षण व्यवस्था के कारण हर बार युवा शक्ति वंचित रह जाती है । इस प्रकार देखा जाए तो पार्टी के युवा कार्यकर्ताओं मे निराशा, हताशा और आक्रोश की गुप्त लहरें बहुत समय से हिलोरें मार रही है ,जो कदाचित अब शीर्ष नेतृत्व को भी विचलित कर रही है ।
जातिगत समीकरणों के मान से मजबूत दावेदारी –
संसदीय क्षेत्र मे विधानसभा चुनावों के बाद समस्त विधान सभा सीटों और नगर निकाय चुनावों मे जीत के बाद भाजपा ने समस्त जातिगत समीकरण साध लिए है , प्रदेश के उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा दलित वर्ग से है तो वही हाल ही मे भाजपा कोटे से राजसभा सांसद बनाए गए बंशीलाल गुर्जर पिछड़ा और किसान वर्ग का बड़ा चेहरा है ,बंशीलाल जि की धर्म पत्नी वर्तमान मे मंदसौर नगर पालिका की अध्यक्षा भी है । उधर ओमप्रकाश सखलेचा लंबे समय तक शिवराज सरकार मे मंत्री रह चुके है और वर्तमान मे विधायक है , सुधीर गुप्ता जी दस वर्षों से विधायक है और राष्ट्रीय स्तर पर संगठनात्मक दायित्व भी संभाल चुके है।इस प्रकार देखा जाए तो समस्त जातिगत समीकरणों के मान से हितेशशुक्ला युवाओं और समाज मे प्रभावशील हो सकते है ।
पार्टी के बड़े पदों कार्यानुभव –
वैसे तो 1983 मे जन्मे हितेश शुक्ला स्वयंसेवक के रूप मे 1995 से कार्य कर रहे है लेकिन उनके खाते मे तहसील से लेकर राष्ट्रीय स्तर पर निभाए दायित्वों की लंबी फेरहिस्त है उनका वर्ष 2000 राष्ट्रीय स्वयंसवेक संघ महाविद्यालय, गटनायक, प्राथमिक वर्ग का शिक्षण हुआ । अभाविप की ओर से छात्र संघ चुनाव में सहभागिता,महाविद्यालय इकाई में सचिव रहे , नगर इकाई कार्यालय मंत्री रहे , छात्रसंघ चुनाव जिला प्रभारी , अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, जिला संयोजक, मन्दसौर ,प्रांत सहमंत्री, मध्य प्रांत, अभाविप ,मन्दसौर विभाग संयोजक , छात्र सघ्ं चुनाव मे मन्दसौर, नीमच, रतलाम तीनों जिलों में सभी महाविद्यालयो मे अभाविप की एक तरफा विजय , सभरवाल प्रकरण के दौरान उज्जैन रहकर सगं ठन कार्य , राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य अभाविप ,ग्वालियर प्रांतीय अधिवश्ेन में प्रदेश मंत्री निर्वाचित केंद्र भोपाल म.प्र.,मध्यभार प्रांत के इन्दौर, उज्जैन, भोपाल, ग्वालियर, नर्मदापुरम् संभाव के तहसील केन्द्रों तक प्रवास, सम्पर्क संवाद आज तक जीवंत है ,पुनः हरदा अधिवनेशन मे अभाविप मध्यभारत प्रदेश मंत्री निर्वाचित , भाजयुमो प्रदेश कार्यसमिति सदस्य ,भाजयुमो द्वारा 15 दिवसीय बडव़नी सेअलीराजपूर तक आजाद संदेश यात्रा मे प्रदेश अध्यक्ष श्री जीतू जिराती के साथ एतिहासिक आयोजन मे सहयात्री के रूप में सहभागिता , झाबुआ मे 1 लाख युवाओ का सम्मेलन,बिहार,पश्चिम बंगाल ,हरियाणा,दिल्ली एव महू चुनाव मे समयदानी के रूप मे कार्य किया।2011 से2016 तक प्रदेश युवा मोर्चा की ओर से मन्दसौर-नीमच-रतलाम जिला प्रभारी, 2013 से2016 तक भाजयुमो प्रदेश मीडिया प्रमुख
2017 से 2021 तक जिलाध्यक्ष – मन्दसौर भारतीय जनता युवा मोर्चा ,2020 सुवासरा विधानसभा उप चुनाव का विधानसभा चुनाव संयोजक , 2021 सेवर्तमान तक जिला उपाध्यक्ष – भारतीय जनता पार्टी, मन्दसौर , लोकसभा क्षेत्र व विशेष रूप से मन्दसौर व सुवासरा के कार्यकर्ताओ सम्पर्क
लोकसभा क्षेत्र मे भाजपा व समवैचारिक सगंठनों के कार्यकर्ता पदाधिकारी साथियों से सत्तत संवाद, सगं ठनात्मक और संरचनात्मक जानकारी एवं भौगोलिक परिचय, मुख्य समस्याओं मुद्दो एव सामाजिक समीकरण का ज्ञान, पोलिंग बूथ तक के प्रमुख कार्यकर्ताओ से सीधा संवाद हितेशशुक्ला की विशेषताए है ।
विशेष रूप से राष्ट्रीय स्वयंसेवक सघ्ं की ओर से गुरूजी जन्मशताब्दी वर्ष में मन्दसौर, सीतामऊ, सुवासरा, कैलाशपुर (कयामपुर) तहसील के समस्त ग्राम केन्द्र तक प्रवास हिन्दू सम्मेलन प्रभारी के बड़े दायितब को बखूबी निभाने के कारण संघ की पसंद भी है । मध्यप्रदेश मे शिक्षा मे व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ प्रदेशव्यापी आंदोलन का नेतृत्व करना छात्रों मे विशेष लोकप्रिय बनाता है ,
इजं ीनियरिंग महाविद्यालय में फीस बढ़ोतरी के विरूद्ध न्यायिक व सड़क की लडा़ई , प्रायवटे मेडिकल काॅलेज भर्ती के भ्रष्टाचार को उजागर कर विद्यार्थियो के लिये लंबी लडा़ई जैसे आंदोलन की अगुआई भी हितेशशुक्ल के खाते मे दर्ज है । वर्ष 2008 के विधानसभा चुनाव प्रबंधन मे अनिल दवे , विजेश लुनावतजी के मार्गदर्शन में सहभागिता, लोकसभा चुनाव 2014 मे युवा मोर्चा के मन्दसौर लोकसभा चुनाव प्रभारी बनकर पूरे लोकसभा क्षेत्र का भ्रमण बहुत अनुभव रहा है ।
लोकप्रिय और दागरहित चेहरा –
कांग्रेस के बालकवी बैरागी साहित्यकार के रूप मे क्षेत्र मे खासे लोकप्रिय थे , उनकी इसी लोकप्रियता को उस समय कांग्रेस ने अपने पक्ष मे भुनाया था । काँग्रेस के ही विदुषी महिला मीनाक्षी नटराजन को भी मतदाताओं ने अवसर दिया था , मंदसौर लोकसभा क्षेत्र मे विवेकवान और ज्ञान से भरपूर लोकप्रिय चेहरों को मतदाता पसंद करते है क्यूंकी जातिवाद की राजनीति से ज्यादा आम मतदाता उमीदवार की विद्वता को भी पसंद करता है , क्षेत्र के ज्यादातर मतदाता किसानी के कार्य से आजीविका चलाते है लेकिन शिक्षा के क्षेत्र मे भी बहुत जागरूक है इसलिए उम्मीदवार की छवि बहुत महत्वपूर्ण हो जाती है । इस मामले मे हितेशशुक्ला पहली पसंद बनकर उभरें है क्योंकि वे
सन 2002 से मन्दसौर के स्थानीय समाचार पत्र मालव दर्शन, दैनिक पाताल लोक, दैनिक जागरण मे पत्रकारिता व लेखन कार्य कर साहित्य सेवा दे चुके है । लघुशोध ‘‘अंत्योदय की प्रस्तुती मे मीडिया की भूमिका’’ मध्यप्रदेश सरकार के ग्राम विकास के कार्यों के संदर्भ मे प्रस्तुत कर चुके है । अखिल भारतीय ग्राहक पचंयत की पत्रिका ‘‘ग्राहक अर्थ’’ का सम्पादक के रूप मे एव मीडिया क्षत्रे की राष्ट्रीय पत्रिका मीडिया विमर्श उपसम्पादक के रूप में दायित्व का निर्वहन सफलता पूर्वक किया गया , राष्ट्रीय क्षेत्रीय एव स्थानीय समाचार पत्रिकाओ एव ‘‘युवधर्म’’ ब्लाग पर राष्ट्रवादी विचार पर निरंतर लेखन, चुनाव स्लोगन, लेख निरंतर लेखन आज भी जारी है ।
हितेशशुक्ला ने शीर्ष नेतृत्व अपने सामाजिक कार्यों से भी अवगत करवाया है जिसमे दिव्यदीप संस्था के माध्यम से 18 सेअधिक निःशुल्क नेत्र शिविरो का आयोजन 6400 रोगियो का परीक्षण एवं उपचार जो सतत जारी है। महाराणा प्रताप, भगत सिहं जी, चंद्रशेखर आजाद की जयंती एवं पुण्य तिथियों पर गोष्ठीयों का आयोजन
संतों के मार्गदर्शन मे वृद्ध गायों के लिये गौ ग्रास रथ के माध्यम सेखाद्य सामग्री का सगं ्रहण एव वितरण का कार्य भी उनके द्वारा किया गया ।